Resistant high blood pressure: हाई ब्लड प्रेशर कारण, चुनौतियाँ और प्रभावी प्रबंधन के उपाय
Resistant high blood pressure: भारत में उच्च रक्तचाप एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में देखा जाता है, और अनेक लोग नियमित दवाइयों, व्यायाम तथा संतुलित खानपान के बावजूद अपने रक्तचाप को नियंत्रण में नहीं ला पाते। जब लगातार प्रयासों के बाद भी ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg से ऊपर बना रहे, तो यह स्थिति अक्सर जिद्दी या रेजिस्टेंट हाईपरटेंशन की ओर संकेत करती है। यह वह अवस्था है जिसमें तीन या अधिक प्रकार की antihypertensive medicines लेने के बावजूद रक्तचाप सामान्य स्तर तक नहीं पहुंचता। कई बार इसकी वजह छिपी हुई स्वास्थ्य समस्याएँ, lifestyle issues या अन्य दवाइयाँ भी हो सकती हैं जिन्हें मरीज समझ नहीं पाता। इसलिए आवश्यक है कि इस स्थिति को सही तरीके से पहचाना जाए और उसके अनुसार उपचार को आगे बढ़ाया जाए।

रेजिस्टेंट हाईपरटेंशन क्या है और यह क्यों छिपा रह जाता है
बहुत से लोग यह मान लेते हैं कि वे अपनी दवाएँ नियमित ले रहे हैं, खानपान नियंत्रित है और व्यायाम भी करते हैं, इसलिए उनका उपचार सही दिशा में है। जबकि वास्तविकता यह है कि कई बार शरीर किसी आंतरिक कारण की वजह से दवाइयों पर अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं देता। Obesity, hormonal imbalance, sleep apnea, alcohol use या गलत दवाइयों का सेवन इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं। यही वजह है कि कई मरीज अपनी स्थिति को गंभीर मानते ही नहीं, जबकि उन्हें एक विस्तृत medical evaluation की ज़रूरत होती है।
दवाओं का नियमित सेवन क्यों ज़रूरी है
कई शोध बताते हैं कि hypertension के लगभग आधे मरीज एक वर्ष के भीतर अपनी दवाइयों का नियमित सेवन बंद कर देते हैं। कुछ लोग बेहतर महसूस होने पर दवा छोड़ देते हैं, जबकि कुछ लोग दुष्प्रभावों के डर से खुराक कम कर देते हैं। रेजिस्टेंट हाईपरटेंशन में दवा का एक भी डोज़ मिस होना लंबे समय तक नियंत्रण में बाधा बन सकता है। इसलिए medication adherence इस स्थिति को संभालने का सबसे महत्वपूर्ण आधार है।
गलत दवाइयाँ और drug interaction
अक्सर मरीज दर्द निवारक, antidepressants या विभिन्न herbal supplements बिना डॉक्टर की जानकारी के लेते रहते हैं। कई बार यही दवाएँ रक्तचाप बढ़ा देती हैं या antihypertensive medicines के असर को कम कर देती हैं। इसलिए किसी भी दवा या supplement का उपयोग करने से पहले डॉक्टर को इसकी पूरी जानकारी देना अत्यंत आवश्यक है।
लाइफस्टाइल में छिपी रुकावटें
कई साधारण दिखने वाली आदतें भी जिद्दी हाईपरटेंशन को बढ़ावा देती हैं। Chronic stress, नींद की कमी, excessive salt intake और alcohol consumption ब्लड प्रेशर को नियंत्रित होने नहीं देते। इन्हें सुधारने के लिए तनाव कम करने के तरीके अपनाना, पर्याप्त नींद लेना, नमक कम करना और alcohol intake सीमित करना आवश्यक कदम हैं।
जब सामान्य उपाय काम न करें: आधुनिक उपचार विकल्प
कुछ मरीजों में सही diet, exercise और medications के बावजूद भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं होता। ऐसे मामलों में नई medical technologies एक विकल्प बनकर उभर रही हैं। Renal Denervation एक minimally invasive procedure है जो renal arteries में मौजूद sympathetic nerves पर कार्य करता है। ये nerves रक्तचाप नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह तकनीक उन मरीजों के लिए लाभकारी है जिन पर सामान्य उपचार कारगर नहीं होते।



