जानिए, सिद्धिविनायक मंदिर की तमाम एतिहासिक मान्यताओं और चमत्कारों के बारे में…
कहानी के मुताबिक ट्रेन डूंगरी पहाड़ी के नीचे रुकी. सेठ जय राम पल्लीवाल ने उस जगह पर एक मंदिर बनाने का निर्णय किया जहां कार रुकी थी. मोती डूंगरी गणेश मंदिर बहुत खास है. यह जयपुर के साथ-साथ पूरे राजस्थान के सबसे बड़े गणेश मंदिरों में से एक है. इस पवित्र मंदिर में रोजाना हजारों श्रद्धालु आते हैं.
गणेश चतुर्थी के खास मौके पर प्रत्येक दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं. बोला जाता है कि प्रत्येक बुधवार को मंदिर परिवार में एक बड़ा मेला लगता है और इसी दिन सबसे अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं. मंदिर परिसर में एक शिवलिंग भी स्थापित है. इसके अतिरिक्त लक्ष्मी-नारायण की मूर्ति भी स्थापित की जाती है.
मोती डूंगरी गणेश मंदिर में हर समय भक्तों का आगमन लगा रहता है. आप प्रतिदिन सुबह 5 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. इसके बाद आप शाम 4:30 बजे से रात 9 बजे के बीच यात्रा कर सकते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मंदिर में जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है. इसके अतिरिक्त आपको यह भी बता दें कि गणेश चतुर्थी के मौके पर यहां आना खास माना जाता है