उत्तर प्रदेश

Kanpur Bithoor Murder Case: बेलन और सिलबट्टे से सजी मौत की सेज, पत्नी ने पति को उतारा मौत के घाट, रो पड़ा मासूम…

Kanpur Bithoor Murder Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसी सनसनीखेज खबर सामने आई है, जिसने मानवीय रिश्तों और शराब की लत के डरावने अंजाम को उजागर कर दिया है। बिठूर के टिकरा गांव में एक मामूली विवाद ने इतना हिंसक रूप ले लिया कि एक पत्नी ने अपने ही पति की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना (Domestic Violence and Alcoholism) का एक ऐसा काला अध्याय है, जिसने एक हंसते-खेलते परिवार को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। बुधवार की उस काली रात ने न केवल एक व्यक्ति की जान ली, बल्कि एक मासूम बच्चे के सिर से पिता का साया और मां का साथ दोनों छीन लिया।

Kanpur Bithoor Murder Case
WhatsApp Group Join Now

बेलन टूटने तक पीटा, फिर सिलबट्टे से किए दो दर्जन वार

पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे किसी भी संवेदनशील इंसान का कलेजा चीरने के लिए काफी हैं। आरोपी पत्नी वीरांगना ने अपने पति रविशंकर उर्फ पप्पू पर उस समय हमला किया जब दोनों शराब के नशे में धुत थे। बताया जा रहा है कि वीरांगना ने पहले रसोई में इस्तेमाल होने वाले बेलन से रविशंकर को तब तक पीटा जब तक वह टूट नहीं गया। इसके बाद भी जब उसका जी नहीं भरा, तो उसने (Fatal Domestic Assault) को अंजाम देने के लिए भारी सिलबट्टे का इस्तेमाल किया। उसने अपने पति के सिर, चेहरे और गर्दन पर करीब 26 बार वार किए, जिससे फर्श खून से लाल हो गया।

शराब की लत ने बना दिया घर को नर्क

रविशंकर और वीरांगना की शादी साल 2019 में हुई थी और उनका एक चार साल का बेटा जैन है। मृतक के भाइयों, संतोष और जीतू ने बताया कि रविशंकर टाइल्स लगाने का काम करता था, लेकिन पति-पत्नी दोनों को शराब की गंभीर लत थी। इसी (Spousal Conflict and Substance Abuse) के चलते घर में आए दिन कलेश होता था। बुधवार रात भी वीरांगना अपनी बहन के घर से शराब पीकर लौटी थी और रविशंकर भी नशे में था। नशे की हालत में शुरू हुई कहासुनी देखते ही देखते खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई और एक सुहागन ने खुद ही अपना सुहाग उजाड़ दिया।

एक्सीडेंट की झूठी कहानी और पुलिस से धक्कामुक्की

वारदात को अंजाम देने के बाद वीरांगना ने अपनी चालाकी से बचने की कोशिश की। उसने रात करीब तीन बजे परिजनों को फोन कर सूचना दी कि उसके पति का एक्सीडेंट हो गया है। जब परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे, तो वहां का मंजर कुछ और ही बयान कर रहा था। पुलिस ने देखा कि (Crime Scene Tampering) की कोशिश की जा रही थी और वीरांगना घर के आंगन में फैला खून साफ कर रही थी। जब पुलिस ने रविशंकर को अस्पताल ले जाने की कोशिश की, तो आरोपी महिला पुलिसकर्मियों से भी भिड़ गई और उनके साथ धक्कामुक्की करने लगी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खौफनाक खुलासा

रविशंकर को गंभीर हालत में हैलट अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने हत्या की क्रूरता पर मुहर लगा दी। रिपोर्ट के अनुसार, रविशंकर के शरीर पर चोट के 26 गहरे निशान मिले हैं। अत्यधिक खून बह जाने के कारण वह (Traumatic Brain Injury) के चलते कोमा में चला गया था, जो अंततः उसकी मौत का कारण बना। सिलबट्टे के प्रहार इतने जोरदार थे कि रविशंकर का चेहरा और सिर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके थे। पुलिस ने इस मामले में देवर संतोष की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मासूम बच्चे ने देखा मौत का तांडव

इस पूरी खूनी वारदात का सबसे दर्दनाक पहलू उनका चार साल का मासूम बेटा जैन है। जब उसके माता-पिता आपस में लड़ रहे थे और उसकी मां पिता पर प्रहार कर रही थी, तो वह सहम कर कमरे के कोने में छिप गया था। अपने पिता को लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ा देख (Child Psychological Trauma) के कारण वह इतना डर गया था कि पुलिस के आने पर भी वह बाहर नहीं निकल रहा था। पुलिसकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद उसे बहला-फुसलाकर बाहर निकाला। अब यह बच्चा अपने चाचा संतोष की देखरेख में है, लेकिन उसके मन पर लगे घाव शायद ही कभी भर पाएं।

जेल जाने से पहले छलका ममता का पछतावा

जब पुलिस ने वीरांगना को गिरफ्तार किया और उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल ले जाने की तैयारी की, तो उसके तेवर पूरी तरह बदल चुके थे। शराब का नशा उतरते ही उसे अपनी ‘बड़ी गलती’ का एहसास हुआ। जेल की वैन में बैठने से पहले उसने (Emotional Mother Child Bond) का परिचय देते हुए अपने बेटे जैन को बार-बार चूमा और खूब दुलार किया। वह रोते हुए अपने देवर से बोली कि मेरे बच्चे का ख्याल रखना। उसने स्वीकार किया कि शराब की लत ने उसकी जिंदगी को नर्क बना दिया है, लेकिन अब पछताने के सिवाय उसके पास कुछ नहीं बचा था।

फॉरेंसिक साक्ष्य और पुलिस की कार्रवाई

बिठूर पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से खून से सने कपड़े, टूटा हुआ बेलन और हत्या में इस्तेमाल सिलबट्टा बरामद कर लिया है। घर की सीढ़ियों और आंगन में (Forensic Investigation Evidence) बिखरे हुए थे, जो चीख-चीख कर उस रात की दास्तां सुना रहे थे। बिठूर इंस्पेक्टर प्रेमनारायण विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपी महिला को जेल भेज दिया गया है। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि कैसे नशे की लत और अनियंत्रित क्रोध न केवल कानून की नजर में आपको मुजरिम बना देते हैं, बल्कि आपके अपनों को भी आपसे हमेशा के लिए दूर कर देते हैं।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

Please disable your AdBlocker first, and then you can watch everything easily.