Hospital Security Guard: सहरसा सदर अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप पर चोरों ने बोला धावा, टला बड़ा हादसा
Hospital Security Guard: बिहार के सहरसा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां चोरों ने केवल संपत्ति ही नहीं, बल्कि मरीजों की जिंदगी से भी खिलवाड़ करने की कोशिश की। सहरसा सदर अस्पताल में अज्ञात चोरों ने उस ऑक्सीजन पाइप लाइन को निशाना बनाया, जो वार्डों में भर्ती गंभीर मरीजों के लिए जीवनदायिनी का काम करती है। चोरों ने (Sadar Hospital Saharsa) के भीतर लगे कीमती तांबे के पाइपों को काटकर चोरी करने का दुस्साहस किया। यदि समय रहते इस चोरी का पता न चलता, तो अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हो सकती थी, जिससे कई मरीजों की जान पर बन आती।
शातिरों ने ग्रिल के नट खोलकर बनाया रास्ता
चोरी की इस वारदात को बेहद शातिराना तरीके से अंजाम देने की कोशिश की गई थी। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एस.एस. मेहता ने बताया कि चोरों ने अस्पताल के बच्चा वार्ड के पीछे स्थित पोस्टमार्टम रूम की तरफ से घुसपैठ की। वहां सुरक्षा के लिए लगाए गए ग्रिल के नटों को औजारों की मदद से खोल दिया गया और चोर अंदर दाखिल हो गए। इसके बाद उन्होंने (Medical Oxygen Supply) के लिए बिछाई गई तांबे की पाइपों को काटना शुरू कर दिया। चोर कुछ पाइप काट भी चुके थे और उन्हें समेटकर भागने की तैयारी में थे।
सतर्क सुरक्षा गार्ड ने चोरों के मंसूबों पर फेरा पानी
जब चोर पाइप चोरी कर भागने की फिराक में थे, तभी गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड को कुछ संदिग्ध आवाजें सुनाई दीं। किसी अनहोनी की आशंका को भांपते हुए (Security Guard Vigilance) दिखाते हुए गार्ड ने शोर मचाना शुरू कर दिया। गार्ड की आवाज सुनकर चोर घबरा गए और पकड़े जाने के डर से कटे हुए पाइपों को वहीं छोड़कर अंधेरे का लाभ उठाते हुए पोस्टमार्टम रूम के रास्ते से भाग निकले। इस सतर्कता ने न केवल सरकारी संपत्ति की रक्षा की, बल्कि एक बड़े मेडिकल संकट को भी टाल दिया।
पुलिस से सुरक्षा और गश्त की लगाई गई गुहार
घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। मंगलवार की शाम सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एस.एस. मेहता स्वयं सदर थाना पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने (Police Patrolling Request) करते हुए पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया है कि अस्पताल परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए। डॉ. मेहता ने मांग की है कि रात के समय पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी कम से कम दो-तीन बार अस्पताल के आसपास गश्त लगाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर विराम लग सके और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।