Forced Religious Conversion Case: खुल गया सफेद कोट के पीछे छिपा धर्मांतरण का काला खेल, शिकार हुई केजीएमयू की डॉक्टर
Forced Religious Conversion Case: लखनऊ का किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), जिसे चिकित्सा का मंदिर माना जाता है, आज एक शर्मनाक और रूह कंपा देने वाली घटना के कारण चर्चा में है। यहाँ एक रेजिडेंट डॉक्टर ने अपनी ही साथी महिला डॉक्टर के भरोसे का न केवल कत्ल किया, बल्कि उसे (Emotional Exploitation) के उस दौर में धकेल दिया जहाँ से वापसी मुहाल थी। यह मामला सिर्फ प्रेम और धोखे का नहीं है, बल्कि इसके पीछे धर्मांतरण के एक संगठित गिरोह के होने की आशंका जताई जा रही है। पीड़िता के आरोपों ने पूरे चिकित्सा जगत को झकझोर कर रख दिया है, जिसमें शादी का झांसा देकर यौन शोषण और फिर धर्म बदलने के लिए मजबूर करने की साजिश रची गई।
अपर्णा यादव की उपस्थिति में पीड़िता ने खोला राज
सोमवार को इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब पीड़िता ने राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पीड़िता ने भारी मन से बताया कि आरोपी डॉक्टर रमीज मलिक पिछले छह महीनों से उसका शोषण कर रहा था। (Women Rights) की आवाज उठाते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसमें केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक पूरा गिरोह शामिल हो सकता है। पीड़िता ने बताया कि जब उसने शादी की बात की, तो रमीज ने साफ कह दिया कि निकाह तभी होगा जब वह अपना धर्म बदल लेगी। इस खुलासे के बाद केजीएमयू प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
शादीशुदा रमीज का कुंवारा होने का झूठा ढोंग
मामले की जांच के लिए केजीएमयू में कुलपति के निर्देश पर विशाखा कमेटी का गठन किया गया। कमेटी के सामने आरोपी डॉक्टर रमीज मलिक ने खुद को निर्दोष और कुंवारा बताते हुए सफेद झूठ बोला। उसने (Legal Investigation) के दौरान किसी भी महिला डॉक्टर से पूर्व में शादी की बात से साफ इन्कार कर दिया। हालांकि, कमेटी ने उसकी बातों पर भरोसा न करते हुए उससे कुंवारे होने के कड़े सबूत मांगे हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि रमीज पहले से ही दो शादियां कर चुका है और उसकी दूसरी पत्नी भी धर्मांतरण का शिकार बनी थी।
यौन शोषण और गर्भपात की दर्दनाक दास्तां
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि रमीज ने अगस्त माह में उसके साथ पहली बार शारीरिक संबंध बनाए और लगातार शादी का झांसा देता रहा। इस (Criminal Act) की हद तो तब हो गई जब सितंबर में पीड़िता के गर्भवती होने पर रमीज ने धोखे से उसे दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया। पीड़िता रमीज के प्यार में इस कदर अंधी थी कि वह उसके हर झूठ को सच मानती रही, लेकिन उसे क्या पता था कि वह एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा बनती जा रही है। आरोपी ने न केवल उसका शारीरिक शोषण किया, बल्कि उसकी गरिमा को भी पैरों तले रौंद दिया।
रमीज की दूसरी पत्नी से मुलाकात और सच्चाई का सामना
पीड़िता की दुनिया तब उजड़ गई जब सितंबर में उसकी मुलाकात ठाकुरगंज इलाके में एक अन्य युवती से हुई। उस युवती ने खुद को डॉ. रमीज की पत्नी बताया और यह जानकर पीड़िता के पैरों तले जमीन खिसक गई कि रमीज ने उस युवती का भी (Religious Conversion) कराकर फरवरी 2025 में निकाह किया था। जब पीड़िता ने रमीज से इस बारे में सवाल किया, तो उसने बेशर्मी से शादी की बात नकार दी। सच्चाई सामने आने के बाद रमीज ने अपना असली चेहरा दिखाया और पीड़िता पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया, साथ ही निजी फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी।
मौत को गले लगाने की कोशिश और मुख्यमंत्री का हस्तक्षेप
रमीज के मानसिक उत्पीड़न और धमकियों से तंग आकर पीड़िता ने 17 दिसंबर को दवाओं की ओवरडोज लेकर आत्महत्या का प्रयास किया। ट्रॉमा सेंटर में मौत से जंग जीतने के बाद उसने अपने पिता को पूरी सच्चाई बताई। यह मामला इतना गंभीर हो गया कि खुद (Chief Minister Yogi) ने संज्ञान लिया और सोमवार रात पीड़िता से फोन पर बात कर उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री के सीधे हस्तक्षेप के बाद केजीएमयू प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई में तेजी दिखाई है, जिससे आरोपी की गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया है।
केजीएमयू प्रशासन का कड़ा एक्शन और निलंबन
विशाखा समिति की रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने रमीज मलिक के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी रेजिडेंट को तत्काल प्रभाव से (University Suspension) के आदेश जारी कर दिए गए हैं। रमीज के हॉस्टल, लैब और क्लास में प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि वे परिसर में ऐसी किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो शैक्षणिक माहौल और छात्राओं की सुरक्षा को खतरे में डालती हो। सजा का अंतिम फैसला जल्द ही लिया जाएगा।
एबीवीपी का प्रदर्शन और न्याय की मांग
मंगलवार को केजीएमयू परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोपी के खिलाफ (Student Protests) करते हुए कैंपस में मार्च निकाला और कुलपति को छह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। उनका कहना है कि केजीएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में धर्मांतरण का गिरोह चलना चिंताजनक है और आरोपी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो दूसरों के लिए नजीर बने। छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
पुलिस की छापेमारी और रमीज की तलाश
एसीपी चौक राजकुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमें रमीज मलिक की तलाश में जुटी हुई हैं। चौक थाने में रमीज के खिलाफ यौन शोषण, जबरन धर्मांतरण और धमकी देने की संगीन धाराओं में (FIR Registration) हो चुकी है। रमीज मूल रूप से सहारनपुर का रहने वाला है और वर्तमान में उत्तराखंड के खटीमा में उसका निवास बताया जा रहा है। पुलिस उसके सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि उसे जल्द ही सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।