Winter Throat Care: सर्दियों में गला बैठने की समस्या को न करें नजरअंदाज, तुरंत देखें ये असरदार उपाय
Winter Throat Care: सर्दियों का आगमन अपने साथ सुहावना मौसम तो लाता ही है, लेकिन यह साथ में सेहत से जुड़ी चुनौतियों का पिटारा भी खोल देता है। इस मौसम में (Viral Infection) का प्रकोप सबसे ज्यादा देखा जाता है, जो कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को तुरंत अपनी चपेट में ले लेता है। आपने गौर किया होगा कि सर्दी-खांसी के बाद अक्सर गला भारी हो जाता है और आवाज बदल जाती है। नोएडा के मशहूर ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर जेके गुप्ता के अनुसार, यह समस्या उन लोगों के लिए अधिक जोखिम भरी हो सकती है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, क्योंकि उनके शरीर में वायरस तेजी से पनपते हैं।
क्यों बैठ जाती है आवाज और क्या है इसके पीछे का विज्ञान
जब हम सर्दी-जुकाम की चपेट में आते हैं, तो बार-बार छींकने और खांसने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस प्रक्रिया में हमारे गले और सांस (Winter Throat Care) की नली पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे (Inflammation) यानी सूजन आ जाती है। डॉक्टर बताते हैं कि यही सूजन हमारी आवाज बैठने या पूरी तरह से आवाज चले जाने का मुख्य कारण होती है। यदि इस स्थिति को समय रहते नियंत्रित न किया जाए, तो यह ‘लैरिंजाइटिस’ जैसी गंभीर समस्या का रूप ले सकती है, जिसमें वोकल कॉर्ड्स बुरी तरह प्रभावित होते हैं।
घरेलू नुस्खों से गले की सूजन को करें छूमंतर
अगर आपको शुरुआती स्तर पर गले में खराश या भारीपन महसूस हो रहा है, तो रसोई में मौजूद कुछ चीजें रामबाण साबित हो सकती हैं। डॉक्टर गुनगुना पानी पीने की सलाह देते हैं और साथ ही (Herbal Tea) जिसमें तुलसी, लौंग, इलायची और काली मिर्च का मिश्रण हो, उसे दिन में दो-तीन बार लेने को कहते हैं। यह काढ़ा न केवल गले को राहत देता है बल्कि संक्रमण को भी कम करता है। इसके अलावा, सेंधा नमक मिले गुनगुने पानी से दिन में कम से कम चार बार गरारे करना विंड पाइप की सूजन को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है।
भाप लेने का सही तरीका और विक्स से जुड़ी सावधानी
सर्दी-जुकाम और चोक गले को खोलने के लिए स्टीम यानी भाप लेना एक बेहतरीन उपाय है। हालांकि, डॉक्टर गुप्ता एक महत्वपूर्ण बात (Medical Advice) साझा करते हैं कि भाप लेते समय पानी में विक्स या कोई अन्य बाम डालने से बचना चाहिए। लोगों को लगता है कि विक्स फायदा पहुंचाएगी, लेकिन यह गले की नाजुक नली को और ज्यादा नुकसान पहुँचा सकती है। सादे पानी में थोड़ा सा नमक डालकर भाप लेना ही सबसे सुरक्षित है। यदि गला ज्यादा बैठा हुआ है, तो मुंह खोलकर भाप लेना अधिक लाभकारी होता है।
कब घरेलू उपाय छोड़ डॉक्टर की चौखट पर जाना है जरूरी
अक्सर लोग हफ्तों तक गले की खराश को घरेलू नुस्खों से ठीक करने की कोशिश करते रहते हैं, जो खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर जेके गुप्ता चेतावनी देते हैं कि अगर आपकी आवाज बैठने या गले में (Persistent Cough) की समस्या तीन दिनों से ज्यादा बनी रहती है, तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लें। यह महज मामूली जुकाम नहीं, बल्कि थ्रोट अल्सर या कोई गंभीर संक्रमण हो सकता है। ऐसी स्थिति में घरेलू नुस्खे काम नहीं करते और मरीज को सही एंटीबायोटिक या विशेषज्ञ द्वारा सुझाई गई दवाओं की ही जरूरत होती है।
इन चीजों से दूरी बनाकर ही मिलेगी गले को राहत
बीमारी के दौरान परहेज उतना ही जरूरी है जितनी कि दवा। अगर आपका गला खराब है, तो आपको (Dietary Restrictions) का सख्ती से पालन करना चाहिए। दही, चावल, आइसक्रीम और ठंडी तासीर वाली चीजों से पूरी तरह परहेज करें। साथ ही, ज्यादा चिकनाई वाला भोजन संक्रमण को बढ़ा सकता है। एक और जरूरी बात यह है कि गला खराब होने पर बहुत तेज चिल्लाकर या चीखकर बात न करें, क्योंकि इससे आपके वोकल कॉर्ड्स पर घाव हो सकते हैं। इस दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब सारा सामान्य या गुनगुना पानी पिएं।
सावधानी और जागरूकता ही है सबसे बड़ी दवा
सर्दियों में सेहतमंद रहने का सबसे आसान तरीका है कि हम अपने शरीर के संकेतों को पहचानें। गले की खराश को (Healthcare Tips) के तौर पर हल्के में लेना आपकी आवाज को हमेशा के लिए प्रभावित कर सकता है। जैसे ही ठंड बढ़े, अपने खान-पान में गर्माहट लाएं और गले को ठंड से बचाकर रखें। आपकी थोड़ी सी जागरूकता और समय पर लिया गया डॉक्टर का परामर्श आपको किसी भी बड़ी परेशानी से बचा सकता है। याद रखें, स्वस्थ गला ही आपकी स्पष्ट और मधुर आवाज की पहचान है।