Kushinagar Murder Mystery Unfolded: खौफनाक अंत! गन्ने के खेत में मिला विधवा का कंकाल, ममेरे देवर के साथ रिश्ता बना मौत की वजह…
Kushinagar Murder Mystery Unfolded: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने मानवीय संवेदनाओं और रिश्तों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक महीने पहले अचानक गायब हुई एक विधवा महिला की तलाश का अंत (Woman Missing Case Inquiry) पुलिस ने एक कंकाल की बरामदगी के साथ किया है। यह कहानी केवल एक महिला के लापता होने की नहीं थी, बल्कि विश्वासघात और एक सुनियोजित हत्या की थी। जब पुलिस ने कड़ियां जोड़ना शुरू किया, तो पता चला कि जिसे परिवार अपना समझ रहा था, वही सबसे बड़ा कातिल निकला।
गन्ने का खेत और वो भयानक रात
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 45 वर्षीय सुनैना देवी पिछले 26 नवंबर को रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गई थीं। उनके बेटे अंगद प्रसाद ने 29 नवंबर को अपनी मां की तलाश के लिए पुलिस में गुहार लगाई थी। पुलिस ने जब गहन छानबीन शुरू की और (Digital Surveillance Investigation) का सहारा लिया, तो मोबाइल लोकेशन ने अपराधी तक पहुंचने का रास्ता साफ कर दिया। पता चला कि सुनैना की अंतिम बातचीत रामकोला के रहने वाले बसंत से हुई थी, जो रिश्तों में उनका ममेरा देवर लगता था।
सीडीआर रिपोर्ट से खुला कातिल का चेहरा
पुलिस की जांच में बसंत का मोबाइल नंबर संदिग्ध पाया गया, क्योंकि घटना के दिन उसकी और सुनैना की लोकेशन एक ही जगह दर्ज थी। पहले तो बसंत ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और कहा कि उसे सुनैना के बारे में कुछ भी नहीं पता। लेकिन जब (Crime Branch Evidence Analysis) के आधार पर उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो वह टूट गया। उसने कबूल किया कि उसने ही सुनैना को फुसलाकर गन्ने के खेत में बुलाया था और वहीं गला दबाकर उसकी जान ले ली थी।
अवैध संबंधों के चलते बुना गया मौत का जाल
हत्या की वजह ने सबको हैरान कर दिया। पुलिस के अनुसार, मृतका और आरोपी के बीच अवैध संबंध थे, जो धीरे-धीरे विवाद का कारण बनने लगे थे। आरोपी बसंत ने खुद को इस रिश्ते से आजाद करने और (Criminal Conspiracy Motive) को अंजाम देने के लिए सुनैना की हत्या का प्लान बनाया। 26 नवंबर की रात वह उसे सुनसान गन्ने के खेत में ले गया, जहां उसने बड़ी ही बेरहमी से सुनैना का गला घोंट दिया और शव को वहीं छोड़कर फरार हो गया।
कंकाल देखकर फफक पड़ा बेटा
आरोपी की निशानदेही पर जब पुलिस नौरंगिया स्थित गन्ने के खेत में पहुंची, तो वहां का नजारा दिल दहला देने वाला था। एक महीने बीत जाने के कारण शव पूरी तरह सड़ चुका था और वहां केवल (Human Remains Recovery) के तौर पर एक खोपड़ी, कुछ हड्डियां, बाल और महिला के कपड़े ही बचे थे। पुलिस ने सुनैना के बेटे अंगद को मौके पर बुलाया, जिसने वहां पड़े चप्पल और साड़ी के टुकड़ों को देखकर चीखते हुए अपनी मां की शिनाख्त की।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए अहम सबूत
घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को तुरंत मौके पर बुलाया गया। टीम ने खेत से हड्डियों के अवशेषों को सावधानीपूर्वक इकट्ठा किया ताकि वैज्ञानिक आधार पर (Forensic Evidence Collection) सुनिश्चित की जा सके। पुलिस ने मानव खोपड़ी और हड्डियों को पडरौना स्थित पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है। चूंकि शव पहचान के लायक नहीं बचा था, इसलिए पुलिस अब डीएनए टेस्ट का सहारा ले रही है ताकि आधिकारिक रूप से मृतका की पहचान स्थापित हो सके।
पुलिस टीम की तत्परता से हुआ खुलासा
इस सनसनीखेज मामले को सुलझाने में थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एएसपी सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है और उसे (Legal Arrest Procedure) के तहत जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब उन सभी कड़ियों को जोड़ रही है जो इस हत्याकांड में शामिल हो सकती हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद से काफी गुस्सा और डर का माहौल देखा जा रहा है।
डीएनए टेस्ट से मिलेगी कानूनी मजबूती
भले ही बेटे ने कपड़ों से मां की पहचान कर ली हो, लेकिन अदालत में पुख्ता सबूत पेश करने के लिए पुलिस (DNA Testing Analysis) रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। सीओ खड्डा वीरेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि आरोपी के खिलाफ कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह मामला एक बार फिर याद दिलाता है कि आपसी रिश्तों में पनपी कड़वाहट और गलत रास्ते कभी-कभी कितने भयानक अंजाम तक ले जाते हैं।