US Economic Policy : नए साल से अमेरिका में होगा करों का खात्मा और खुशहाली का नया सवेरा
US Economic Policy : अमेरिकी राजनीति के केंद्र में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप ने अपने धमाकेदार फैसलों से हलचल मचा दी है। नॉर्थ कैरोलिना की धरती से उन्होंने अमेरिकी जनता को संबोधित करते हुए एक ऐसी घोषणा की है, जिसने दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि आगामी नए साल से अमेरिकी नागरिकों को इतिहास की सबसे बड़ी कर कटौती (Tax Reform) का सीधा लाभ मिलेगा। यह कदम न केवल मध्यम वर्ग की कमर मजबूत करेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने का काम करेगा।
मेहनतकशों और वरिष्ठ नागरिकों को टैक्स से बड़ी राहत
ट्रंप की इस नई कर नीति (US Economic Policy) का सबसे बड़ा हिस्सा उन लोगों के लिए है जो दिन-रात मेहनत करते हैं। राष्ट्रपति ने एलान किया कि अब से वेटर्स और सर्विस सेक्टर के कर्मचारियों को मिलने वाली टिप्स (Income Tax Exemption) पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। इसके अलावा, ओवरटाइम करने वाले कर्मचारियों की अतिरिक्त कमाई को भी कर के दायरे से बाहर रखा गया है। इतना ही नहीं, वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान और सुरक्षा को देखते हुए सोशल सिक्योरिटी पर लगने वाले कर को भी पूरी तरह खत्म करने का निर्णय लिया गया है।
अमेरिका के ‘गोल्डन एज’ की भव्य शुरुआत का संकल्प
अपने संबोधन में ट्रंप ने पिछले चार वर्षों को संकट और गिरावट का दौर बताया, जिस दौरान पूरी दुनिया में अमेरिका की छवि प्रभावित हुई थी। उन्होंने गर्व के साथ घोषणा की कि अब ‘अमेरिका का गोल्डन एज’ (Golden Age of America) शुरू हो चुका है। ट्रंप ने दावा किया कि पिछले कुछ महीनों में उनकी सख्त नीतियों के कारण देश की सीमाएं सुरक्षित हुई हैं और महंगाई की रफ्तार पर लगाम लगी है। उनके अनुसार, अमेरिका अब पहले से कहीं अधिक मजबूत और एकजुट होकर वैश्विक मंच पर वापस आ गया है।
टैरिफ की शक्ति से अमेरिकी उद्योगों का पुनरुत्थान
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने करों के प्रति अपनी बदलती प्राथमिकताओं को भी जनता के सामने रखा। उन्होंने मजाकिया और गंभीर लहजे में कहा कि ‘टैरिफ’ (Tariff Policy) कभी उनका सबसे पसंदीदा शब्द हुआ करता था, लेकिन अब यह उनकी सूची में पांचवें स्थान पर आ गया है। फिर भी, वे टैरिफ को अमेरिकी उद्योगों की सुरक्षा के लिए एक ब्रह्मास्त्र मानते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विदेशी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाकर वे स्थानीय उद्योगों को फिर से जीवित करने और उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
फर्नीचर और स्टील उद्योग को विदेशी घुसपैठ से सुरक्षा
नॉर्थ कैरोलिना जैसे राज्यों के पारंपरिक उद्योगों को बचाने के लिए ट्रंप सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। विदेशी स्टील पर 50 प्रतिशत और विदेशी कारों पर 25 प्रतिशत का भारी टैरिफ (Protectionism) लगाया गया है ताकि अमेरिकी मजदूरों का भविष्य सुरक्षित रहे। विशेष रूप से फर्नीचर उद्योग को संकट से उबारने के लिए 25 से 50 प्रतिशत तक के विभिन्न टैरिफ स्तरों को लागू किया गया है। ट्रंप का मानना है कि इन कदमों से अमेरिकी बाजार में केवल स्वदेशी उत्पादों का बोलबाला होगा और बेरोजगारी में भारी कमी आएगी।
ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति और पेट्रोल की कीमतों में गिरावट
अमेरिकी ऊर्जा नीति को लेकर ट्रंप ने कट्टर वामपंथियों की विचारधारा पर सीधा प्रहार किया। उन्होंने तथाकथित ‘ग्रीन न्यू स्कैम’ को पूरी तरह रद्द करते हुए ‘ड्रिल, बेबी, ड्रिल’ (Energy Independence) का नारा बुलंद किया। इस आदेश के बाद अमेरिका में तेल और गैस के उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है, जिसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ा है। पेट्रोल की कीमतों में आई भारी गिरावट को ट्रंप अपनी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं, जिससे परिवहन और माल ढुलाई की लागत कम हुई है।
अमेरिकी कामगारों के लिए सुरक्षा का नया कवच
ट्रंप ने अपने भाषण में बार-बार इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार की हर नीति का केंद्र ‘अमेरिका फर्स्ट’ है। उन्होंने कहा कि विदेशी कंपनियों को अमेरिकी बाजार का अनुचित लाभ (Domestic Manufacturing) नहीं उठाने दिया जाएगा। उनकी सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है जिससे स्थानीय कामगारों की मजदूरी बढ़े और उन्हें काम के बेहतर अवसर मिलें। राष्ट्रपति के अनुसार, जब तक अमेरिका के अपने उद्योग फलेंगे-फूलेंगे नहीं, तब तक देश की असली समृद्धि मुमकिन नहीं है, और इसके लिए वे हर कठोर निर्णय लेने को तैयार हैं।
अंततः अमेरिका बनेगा फिर से शक्तिशाली और समृद्ध
भाषण के समापन पर ट्रंप ने जनता में जोश भरते हुए कहा कि हम साथ मिलकर लड़ेंगे और निश्चित रूप से जीत हासिल करेंगे। उनका लक्ष्य अमेरिका को फिर से दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति (Global Superpower) बनाना है। ट्रंप ने विश्वास दिलाया कि कर कटौती और टैरिफ की यह जुगलबंदी अमेरिका को विकास के उस रास्ते पर ले जाएगी जहाँ वह फिर से समृद्ध और आत्मनिर्भर बनेगा। जनता के समर्थन से वे अमेरिका को फिर से महान बनाने के अपने पुराने और संकल्पित वादे को पूरा करने के लिए जी-जान से जुटे हैं।