Patna Diara Murder Case: खेत देखने निकले कन्हैया का गंगा किनारे मिला शव, क्या रंजिश की भेंट चढ़ गई एक मासूम जान…
Patna Diara Murder Case: बिहार की राजधानी पटना के बाढ़ अनुमंडल से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। सालिमपुर थाना क्षेत्र के लखीपुर गांव के पास गंगा नदी के तट पर चार दिनों से लापता कन्हैया कुमार का शव बरामद किया गया है। कन्हैया पिछले कुछ दिनों से (Missing Person Mystery) का केंद्र बने हुए थे, जब वे अपने खेतों की देखभाल करने के लिए दियारा क्षेत्र की ओर निकले थे। जैसे ही ग्रामीणों को शव मिलने की सूचना मिली, पूरे गांव में मातम और आक्रोश की लहर दौड़ गई, क्योंकि किसी ने नहीं सोचा था कि कन्हैया का अंत इतना दर्दनाक होगा।
परिजनों का फूट पड़ा गुस्सा और स्टेट हाईवे पर घंटों जाम
कन्हैया का शव मिलते ही पीड़ित परिजनों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए स्टेट हाईवे-106 को पूरी तरह जाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दोषियों को जल्द से जल्द (Public Protest and Justice) के कटघरे में खड़ा करने की मांग की। करीब आधे घंटे तक सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुँचा और कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
16 दिसंबर की वह काली रात जब लापता हुए कन्हैया
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, कन्हैया शर्मा 16 दिसंबर की शाम अपने घर से दियारा क्षेत्र स्थित खेत देखने के लिए निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उसी रात (Disappearance Report Guidelines) के तहत पुलिस को सूचना दी कि कन्हैया रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गए हैं। शुरुआत में इसे गुमशुदगी का मामला माना जा रहा था, लेकिन परिजनों ने पहले ही दिन से कुछ स्थानीय रसूखदार लोगों पर शक जताया था। परिवार का आरोप था कि कन्हैया का अपहरण कर उनकी जान ली जा सकती है, जो आखिरकार सच साबित हुआ।
14 लोगों पर नामजद प्राथमिकी और पुलिसिया दबिश
इस जघन्य मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और कुल 14 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने अपनी (Criminal Investigation Strategy) को तेज करते हुए अब तक तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य 11 आरोपियों की तलाश में पुलिस की विशेष टीमें संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं। पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द शेष फरार अभियुक्तों को भी दबोच लिया जाएगा, जिससे इस पूरी साजिश का पर्दाफाश हो सकेगा।
दियारा क्षेत्र में हथियारबंद अपराधियों का खौफ
लखीपुर गांव के सामने स्थित दियारा क्षेत्र हमेशा से ही विवादों और आपराधिक गतिविधियों के लिए चर्चा में रहा है। परिजनों का आरोप है कि कन्हैया जब अपने खेत गए थे, तभी वहां पहले से (Armed Criminal Groups) घात लगाकर बैठे थे। अपराधियों ने जबरन उनका अपहरण किया और फिर बड़ी बेरहमी से उनकी हत्या कर शव को गंगा के किनारे फेंक दिया ताकि सबूत मिटाए जा सकें। यह घटना दियारा में बढ़ते अपराध और किसानों की असुरक्षा को लेकर भी कई गंभीर सवाल खड़े करती है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा मौत के असली कारणों का राज
बाढ़ पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर कागजी कार्रवाई पूरी की और उसे पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि (Forensic Examination Importance) इस मामले में सबसे अहम कड़ी साबित होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि कन्हैया की हत्या गला घोंटकर की गई है या उन्हें गोली मारी गई है। वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस अदालत में आरोपियों के खिलाफ ठोस चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
दो दिनों की सघन तलाशी के बाद मिली सफलता
पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की टीम पिछले दो दिनों से गंगा के तटीय इलाकों और दियारा के झाड़ियों में कन्हैया की तलाश कर रही थी। आज सुबह (Search and Recovery Operation) के दौरान झाड़ियों के पास शव दिखाई दिया, जिसकी पहचान कन्हैया के रूप में हुई। शव की हालत देखकर यह स्पष्ट था कि उसे कई दिन पहले ही पानी के किनारे ठिकाने लगाया गया था। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कन्हैया को किस स्थान पर मारा गया और शव को यहां तक कैसे लाया गया।
न्याय की बाट जोहता परिवार और पुलिस का आश्वासन
कन्हैया के परिवार में अब केवल मातम और सिसकियां बची हैं। घर के मुखिया की इस तरह हत्या किए जाने से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। सालिमपुर थाना प्रभारी ने परिजनों को (Legal Accountability Assurance) देते हुए कहा है कि इस केस की स्पीडी ट्रायल कराई जाएगी ताकि दोषियों को फांसी के फंदे तक पहुँचाया जा सके। फिलहाल, पूरे लखीपुर गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना या तनाव को रोका जा सके।