Punjab Fog Accidents: कोहरे की चादर ने छीनीं अपनों की सांसें, पंजाब की सड़कों पर छाया मौत का सन्नाटा
Punjab Fog Accidents: पंजाब में कड़ाके की ठंड के साथ गिरते पारे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। चारों ओर फैली सफेद धुंध अब (Road Safety Measures) आम जनता के लिए जानलेवा साबित हो रही है। दृश्यता शून्य होने के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार नहीं, बल्कि मौत का खेल चल रहा है। लुधियाना और जगरांव से आई हृदयविदारक घटनाओं ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन की चेतावनियों के बावजूद हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे कई घरों के चिराग बुझ गए हैं।
रायकोट में बुजुर्ग दंपती पर टूटा दुखों का पहाड़
शुक्रवार की सुबह रायकोट में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक अज्ञात वाहन ने भक्ति के मार्ग पर जा रहे (Hit and Run Case) बुजुर्ग दंपती को बेरहमी से कुचल दिया। इस दर्दनाक टक्कर में पति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में जंग लड़ रही है। यह घटना तब हुई जब परिवार श्रद्धा के साथ गुरुद्वारे में मत्था टेकने निकला था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि घने कोहरे के पीछे मौत छिपी हुई है।
गुरु घर जाने की आस और बीच राह में बिखरी खुशियां
मृतक अवतार सिंह के बेटे रमनप्रीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे वह अपने पूरे परिवार के साथ गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जा रहे थे। कोहरे के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए (Pedestrian Safety) वे सभी सड़क के किनारे कच्ची जगह पर चल रहे थे। तभी पीछे से आए एक तेज रफ्तार वाहन ने उनके पिता और माता को अपनी चपेट में ले लिया। वाहन की रफ्तार इतनी तेज थी कि चालक बिना रुके अंधेरे और धुंध का फायदा उठाकर रफूचक्कर हो गया।
सीसीटीवी में धुंधलापन और पुलिस की चुनौतियां
रायकोट पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन घने कोहरे ने जांच की राह भी रोक दी है। पुलिस आसपास के (CCTV Surveillance) फुटेज खंगाल रही है, मगर भारी धुंध की वजह से वाहनों की नंबर प्लेट साफ नहीं दिख पा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे तकनीकी मदद से आरोपी का सुराग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर कोहरे के दौरान वाहनों की अनियंत्रित गति पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
जगरांव में बाइक फिसलने से उजड़ा एक और सुहाग
एक अन्य दुखद घटना जगरांव के थाना हठूर क्षेत्र से सामने आई है, जहाँ कोहरे ने एक मेहनतकश मजदूर की जान ले ली। राज नारायण उर्फ राजू (Motorcycle Accidents) की बाइक घने कोहरे के कारण अचानक सड़क पर स्किड हो गई। राजू अपने परिवार का एकमात्र सहारा था और मेहनत-मजदूरी कर अपने दो बच्चों और पत्नी का पेट पालता था। वीरवार की रात कोहरे की वजह से उसकी बाइक अनियंत्रित होकर एक दीवार से जा टकराई, जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आईं।
दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
राजू की मौत की खबर सुनते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उसकी पत्नी सुरिता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है, जिसके सामने अब बच्चों के भविष्य का (Financial Crisis) संकट खड़ा हो गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि राजू को संभलने का मौका तक नहीं मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। कोहरे के दौरान दोपहिया वाहनों का सफर कितना जोखिम भरा हो सकता है, यह घटना उसका जीता-जागता प्रमाण है।
प्रशासन की अपील और सुरक्षा के अधूरे इंतजाम
पंजाब में लगातार हो रहे इन हादसों ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है। अधिकारियों ने वाहन चालकों को (Fog Lights) का अनिवार्य उपयोग करने और गति सीमा को न्यूनतम रखने की सलाह दी है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में सड़कों पर रिफ्लेक्टर और लाइटों की कमी भी इन दुर्घटनाओं का एक मुख्य कारण मानी जा रही है। जब तक बुनियादी ढांचे में सुधार नहीं होता, तब तक मासूम जिंदगियां इसी तरह कोहरे की भेंट चढ़ती रहेंगी।
कोहरे में सफर करने वालों के लिए जरूरी सबक
सर्दियों के इस मौसम में सफर करते समय सावधानी ही एकमात्र बचाव है। वाहन चालकों को चाहिए कि वे (Emergency Braking) की स्थिति से बचने के लिए वाहनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखें। पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों को चमकदार कपड़े या रिफ्लेक्टर जैकेट पहननी चाहिए ताकि कोहरे में उनकी मौजूदगी का पता चल सके। रायकोट और जगरांव की इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि कोहरे में की गई छोटी सी लापरवाही भी उम्र भर का गम दे सकती है