Barabanki Road Accident News: तेज़ रफ्तार की एक टक्कर और उजड़ गया पूरा परिवार, जानें हादसे का पूरा हाल…
Barabanki Road Accident News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सोमवार की सुबह एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। लखनऊ-गोंडा नेशनल हाईवे पर बिरौली गांव के पास एक तेज़ रफ्तार अनजान वाहन ने एक कार को ज़ोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में 50 वर्षीय व्यक्ति और उनकी 75 वर्षीय मां की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। यह दुर्घटना न सिर्फ एक परिवार के लिए त्रासदी बनी, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है, क्योंकि (road safety awareness) के बावजूद ऐसे हादसे लगातार सामने आ रहे हैं।

टक्कर इतनी भीषण कि कार बन गई लोहे का ढांचा
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, टक्कर की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सड़क से नीचे जा गिरी। हादसे के बाद कार का ढांचा इस कदर पिचक गया था कि उसमें फंसे शवों को बाहर निकालना आसान नहीं था। पुलिस और राहत दल को गैस कटर की मदद लेनी पड़ी, तब जाकर मृतकों के शव बाहर निकाले जा सके। यह दृश्य इतना भयावह था कि मौके पर मौजूद लोग भी सहम गए। इस घटना ने एक बार फिर (high-speed collision) के खतरनाक परिणामों को सामने ला दिया।
मृतकों की पहचान और परिवार की टूटी उम्मीदें
पुलिस अधिकारियों ने मृतकों की पहचान संतोष कुमार मिश्रा और उनकी मां शांति देवी के रूप में की है। बताया गया कि संतोष कुमार मिश्रा अपनी पत्नी और मां के साथ लखनऊ से श्रावस्ती स्थित अपने घर लौट रहे थे। परिवार के लिए यह यात्रा सामान्य थी, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि रास्ते में यह सफर अंतिम बन जाएगा। संतोष की पत्नी, 48 वर्षीय संतोषी देवी, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गईं और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दर्दनाक घटना ने (family tragedy) की एक और भयावह कहानी जोड़ दी।
हाईवे पर लगा लंबा जाम, घंटों रुकी रही आवाजाही
हादसे के तुरंत बाद लखनऊ-गोंडा नेशनल हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। क्षतिग्रस्त वाहन और राहत कार्य के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। पुलिस को स्थिति सामान्य करने में काफी समय लगा। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस के हस्तक्षेप और कड़ी मशक्कत के बाद ही यातायात बहाल किया जा सका। इस जाम के कारण सैकड़ों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा, जिससे (traffic disruption) की गंभीर समस्या एक बार फिर उजागर हुई।
अनजान वाहन की तलाश में पुलिस, CCTV बना सहारा
पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद टक्कर मारने वाला वाहन मौके से फरार हो गया। अब पुलिस आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि उस वाहन और चालक की पहचान की जा सके। स्टेशन हाउस ऑफिसर अमित प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही दोषी तक पहुंचा जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह जांच प्रक्रिया (hit and run case) के बढ़ते मामलों की ओर भी इशारा करती है।
पोस्टमॉर्टम और कानूनी प्रक्रिया की शुरुआत
हादसे के बाद पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचित किया और शवों को जिला मुख्यालय की मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी और मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस प्रक्रिया के जरिए (legal investigation) को पारदर्शी बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
सड़क हादसे और सिस्टम पर उठते सवाल
यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा, तेज़ रफ्तार वाहनों और निगरानी तंत्र की खामियों की ओर इशारा करता है। नेशनल हाईवे पर लगातार हो रहे ऐसे हादसे यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या मौजूदा नियम और व्यवस्थाएं पर्याप्त हैं। आम नागरिकों से लेकर प्रशासन तक, सभी को इस दिशा में गंभीरता से सोचने की ज़रूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना (road accident prevention) की आवश्यकता को और भी मजबूती से सामने लाती है।



