Stomach Cancer Symptoms: वो लक्षण जो पेट के कैंसर की ओर इशारा करते हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता…
Stomach Cancer Symptoms: अक्सर लोग सीने में होने वाली जलन को गैस, एसिडिटी या खराब खानपान का नतीजा मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यही लापरवाही भविष्य में बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है। जब यह जलन बार-बार होने लगे, दवाइयों से भी पूरी तरह ठीक न हो और खाने के बाद ज्यादा महसूस हो, तो यह शरीर की तरफ से दिया गया संकेत हो सकता है। कई मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार लगातार बनी रहने वाली सीने की जलन (chronic-heartburn) पेट से जुड़ी गंभीर समस्याओं, यहां तक कि कैंसर की शुरुआती दस्तक भी हो सकती है, जिसे समय रहते समझना बेहद जरूरी है।

पेट में कैंसर कैसे पनपता है: अंदर ही अंदर बढ़ती बीमारी
पेट का कैंसर तब विकसित होता है जब पेट की अंदरूनी परत की कोशिकाओं के डीएनए में बदलाव शुरू हो जाते हैं। ये बदली हुई कोशिकाएं सामान्य नियंत्रण से बाहर होकर तेजी से बढ़ती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। समय के साथ ये कैंसर कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं और पेट की दीवारों तक फैल जाती हैं। आमतौर पर यह बीमारी 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है, लेकिन बदलती जीवनशैली और खानपान के कारण अब युवा वर्ग भी (gastric-cancer) की चपेट में आ रहा है।
सीने में जलन: पाचन तंत्र की गड़बड़ी का पहला संकेत
जब पेट में कैंसर की शुरुआत होती है, तो सबसे पहले पाचन तंत्र प्रभावित होता है। खाना ठीक से पच नहीं पाता और एसिड का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे सीने में तेज जलन महसूस होती है। यह जलन सामान्य एसिडिटी से अलग होती है क्योंकि यह लंबे समय तक बनी रहती है और बार-बार लौट आती है। कई मामलों में मरीज खाली पेट या थोड़ा सा खाने के बाद भी इस समस्या से जूझता है। यही कारण है कि लगातार बनी रहने वाली सीने की जलन को (digestive-disorder) समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
बार-बार उल्टी और मतली: पेट की कमजोरी नहीं, बड़ा संकेत
पेट के कैंसर में मरीज को बार-बार मतली और उल्टी की शिकायत हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेट भोजन को पचाने में असमर्थ हो जाता है और खाने के बाद भारीपन, बेचैनी और उल्टी जैसा महसूस होता है। कई बार बिना कुछ खाए भी उल्टी आना एक चिंताजनक लक्षण हो सकता है। अगर यह समस्या लगातार बनी रहे और वजन भी तेजी से घटने लगे, तो यह साधारण फूड पॉइजनिंग नहीं बल्कि (persistent-vomiting) जैसे गंभीर लक्षणों की ओर इशारा करता है।
पेट में सूजन और ब्लोटिंग: अंदरूनी बदलाव का असर
लगातार पेट फूला रहना या सूजन महसूस होना आमतौर पर गैस से जोड़ा जाता है, लेकिन जब यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो सावधान हो जाना चाहिए। पेट में कैंसर होने पर ट्यूमर पेट की दीवारों से चिपक जाता है, जिससे अंदर सूजन पैदा होती है। यह सूजन मरीज को ब्लोटिंग, भारीपन और असहजता के रूप में महसूस होती है। खास बात यह है कि यह सूजन दवाइयों से भी पूरी तरह ठीक नहीं होती, जो (abdominal-bloating) को गंभीर लक्षण बनाती है।
मल में खून आना: सबसे खतरनाक और नजरअंदाज न करने वाला संकेत
पेट के कैंसर का सबसे गंभीर और स्पष्ट संकेत मल के साथ खून आना माना जाता है। जब कैंसर पेट में काफी हद तक फैल जाता है, तब आंतरिक रक्तस्राव शुरू हो सकता है, जिसका असर मल में दिखाई देता है। कई बार मल का रंग काला या गहरा हो जाता है, जो अंदरूनी ब्लीडिंग का संकेत है। यह स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है। इस लक्षण को (blood-in-stool) मानकर कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
समय पर पहचान ही बचाव का सबसे मजबूत रास्ता
पेट का कैंसर धीरे-धीरे बढ़ने वाली बीमारी है, लेकिन शुरुआती लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो इसका इलाज संभव है। सीने में लगातार जलन, उल्टी, पेट में सूजन या मल में खून जैसे संकेत शरीर की चेतावनी हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच, संतुलित आहार और लक्षण दिखते ही विशेषज्ञ से सलाह लेना जान बचा सकता है। याद रखें, समय पर की गई जांच और सही इलाज ही (early-detection) के जरिए इस गंभीर बीमारी से लड़ने का सबसे प्रभावी तरीका है।



