Congress BJP political clash: रामलीला मैदान से हुआ सियासी जंग का ऐलान, ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ रैली ने बढ़ाया तूफान
Congress BJP political clash: एक तरफ भारतीय जनता पार्टी को नया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिल चुका है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस की ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ रैली के बाद राजनीतिक बयानबाजी चरम पर पहुंच गई है। करीब एक महीने की रणनीतिक तैयारी के बाद कांग्रेस ने रामलीला मैदान में शक्ति प्रदर्शन किया। इस रैली को 2024 के बाद की राजनीति का बड़ा संकेत माना जा रहा है, जहां कांग्रेस ने सीधे तौर पर बीजेपी नेतृत्व पर तीखे हमले किए और माहौल को पूरी तरह चुनावी रंग में रंग दिया (Delhi political news)।

INDI अलायंस से दूरी ने खड़े किए सवाल
रैली से पहले कांग्रेस ने दावा किया था कि वह 5 करोड़ हस्ताक्षरों के साथ रामलीला मैदान पहुंचेगी, जिससे यह प्रदर्शन ऐतिहासिक बताया जा रहा था। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि इस रैली में INDI अलायंस के किसी भी सहयोगी दल को न्योता नहीं दिया गया। मंच पर सिर्फ कांग्रेस के नेता नजर आए। इससे यह सवाल उठने लगे कि क्या विपक्षी एकता के भीतर ही दरार गहराने लगी है और क्या कांग्रेस अब अकेले मोर्चा संभालने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है (INDIA alliance politics)।
राहुल गांधी का बड़ा हमला: बताए कांग्रेस के ‘तीन दुश्मन’
रविवार को हुई इस रैली में राहुल गांधी ने लगभग 14 मिनट का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने बीजेपी और उससे जुड़े संगठनों पर सीधा निशाना साधा। राहुल गांधी ने कांग्रेस के तीन दुश्मन बताते हुए नरेंद्र मोदी, अमित शाह और मोहन भागवत का नाम लिया। उनके भाषण में राजनीतिक आक्रामकता के साथ-साथ तीखे संवाद भी देखने को मिले, जिसने समर्थकों में जोश भर दिया और विरोधियों को पलटवार का मौका दे दिया (Rahul Gandhi speech)।
नारों ने बदला रैली का पूरा माहौल
रैली के दौरान माहौल उस समय और ज्यादा गर्म हो गया जब कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित नारे लगाए गए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” जैसे नारे सुनाई दिए, जिसने सियासी बहस को और भड़का दिया। इन नारों के बाद रैली का फोकस मुद्दों से हटकर भाषा और मर्यादा पर आ गया, जिस पर सत्तारूढ़ दल ने कड़ा ऐतराज जताया (controversial political slogans)।
बीजेपी का तीखा पलटवार और कांग्रेस पर गंभीर आरोप
नारों की निंदा करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री की मौत की कामना करते नजर आए हों। त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब अराजकता का मंच बनती जा रही है और मुस्लिम लीग–माओवादी एजेंडे के तहत काम कर रही है। बीजेपी के इस बयान ने कांग्रेस की रैली को रक्षात्मक स्थिति में ला खड़ा किया (BJP counter attack)।
राहुल गांधी को बताया गया ‘द लास्ट मुगल’
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर व्यक्तिगत हमला करते हुए उन्हें ‘द लास्ट मुगल’ करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कई मौकों पर प्रधानमंत्री मोदी और यहां तक कि उनकी मां को भी अपशब्द कहे हैं। लेकिन जब पार्टी खुलेआम “कब्र खोदने” जैसी भाषा का इस्तेमाल करती है, तो उसका भविष्य खुद ही तय हो जाता है। बीजेपी का दावा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस उसी राह पर बढ़ रही है, जो अंततः उसके राजनीतिक पतन की ओर ले जाएगी (Last Mughal remark)।
मुगल साम्राज्य से कांग्रेस की तुलना
बीजेपी प्रवक्ता ने ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए कहा कि मुगल साम्राज्य में छह प्रमुख शासक हुए—बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब। छठी पीढ़ी के शासन के बाद मुगल साम्राज्य का पतन हो गया। इसी तरह कांग्रेस पर भी नेहरू परिवार की छह पीढ़ियों का प्रभाव रहा है—मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और अब राहुल गांधी। बीजेपी का दावा है कि राहुल गांधी इस क्रम के अंतिम नेता साबित होंगे (Congress Mughal comparison)।
क्या इतिहास खुद को दोहराने जा रहा है?
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस जिस तरह की भाषा और राजनीति अपना रही है, वह उसे धीरे-धीरे इतिहास के पन्नों में दफन कर देगी। लगातार तीखे बयान, विवादित नारे और आक्रामक राजनीति कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित हो सकती है। वहीं कांग्रेस इसे सत्ता के खिलाफ संघर्ष की आवाज बता रही है। आने वाले समय में यह साफ होगा कि रामलीला मैदान से उठी यह सियासी चिंगारी सिर्फ बयानबाजी तक सीमित रहती है या देश की राजनीति में कोई बड़ा मोड़ लाती है (Indian political future)।



