Skin-Diet-Tips: डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताए वो फूड्स जिन्हें छोड़ते ही चमक उठेगी त्वचा
Skin-Diet-Tips: आज के समय में इसलिए चर्चा (Discussion) का विषय बन गए हैं, क्योंकि खूबसूरत और हेल्दी त्वचा पाने के लिए सिर्फ महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स ही काफी नहीं होते। डर्मेटोलॉजिस्ट प्रियंका रेड्डी के अनुसार, हमारी रोजमर्रा की डाइट सीधे तौर पर स्किन की क्वालिटी, ग्लो और एजिंग प्रोसेस को प्रभावित करती है। अगर खानपान में थोड़े-से समझदारी (Wisdom) भरे बदलाव कर लिए जाएं, तो त्वचा खुद-ब-खुद रिपेयर होने लगती है और नेचुरल चमक लौट आती है।

स्किन हेल्थ और डाइट का गहरा कनेक्शन
अक्सर लोग मुंहासे, पफीनेस, डलनेस और समय से पहले झुर्रियों के लिए सिर्फ बाहरी कारणों को दोष देते हैं, जबकि असली वजह गलत खानपान होती है। स्किन हमारे शरीर का आईना (Mirror) है, जो अंदर चल रही पोषण संबंधी गड़बड़ियों को साफ दिखाती है। सही डाइट स्किन को अंदर से पोषण (Nutrition) देती है और इंफ्लेमेशन को कंट्रोल करने में मदद करती है।
चीनी कम करें, ग्लो बढ़ाएं
अगर आप अपनी डाइट में चीनी (Sugar) की मात्रा कम करते हैं, तो स्किन पर इसका असर (Impact) साफ नजर आता है। ज्यादा चीनी स्किन में इंफ्लेमेशन बढ़ाती है, जिससे मुंहासे और फाइन लाइन्स जल्दी दिखने लगती हैं। चीनी कम करने से स्किन ज्यादा स्मूद और यंग (Young) दिखने लगती है, क्योंकि कोलेजन टूटने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
नमक घटाएं, पफीनेस से छुटकारा पाएं
ज्यादा नमक (Salt) खाने से शरीर में पानी रुक जाता है, जिसका असर चेहरे की सूजन और आंखों के नीचे बैग्स के रूप में दिखता है। अगर नमक कम किया जाए, तो चेहरे की पफीनेस (Puffiness) धीरे-धीरे कम होने लगती है। यह छोटा-सा बदलाव स्किन को ज्यादा फ्रेश और डिफाइंड (Defined) लुक देता है।
तीखा मसाला और स्किन रेडनेस
बहुत ज्यादा तीखा मसाला खासतौर पर सेंसिटिव स्किन वालों के लिए परेशानी (Problem) बढ़ा सकता है। मसालेदार खाना स्किन में रेडनेस और अचानक फ्लशिंग का कारण बनता है। अगर मसालों का सेवन संतुलन (Balance) में रखा जाए, तो स्किन ज्यादा शांत और क्लीयर नजर आती है।
शराब छोड़ें, नमी बनाए रखें
डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार शराब (Alcohol) स्किन को डिहाइड्रेट कर देती है, जिससे ड्रायनेस और डलनेस बढ़ती है। अगर आप शराब छोड़ते हैं या बहुत कम कर देते हैं, तो स्किन की नमी (Moisture) बनी रहती है। इससे चेहरे पर हेल्दी ग्लो आता है और स्किन ज्यादा प्लंप (Plump) दिखती है।
कैफीन कम करें, स्ट्रेस घटाएं
जरूरत से ज्यादा कैफीन स्किन को डिहाइड्रेट कर सकता है और स्ट्रेस से जुड़ी डलनेस बढ़ा देता है। अगर आप चाय-कॉफी का सेवन सीमित (Limited) कर दें, तो स्किन ज्यादा हाइड्रेटेड रहती है। इससे चेहरे पर थकान (Fatigue) के निशान कम नजर आते हैं।
डेयरी कम करने से एक्ने में राहत
कई लोगों में डेयरी प्रोडक्ट्स खासकर जॉलाइन पर एक्ने और सूजन (Swelling) बढ़ा देते हैं। अगर आप दूध, पनीर या चीज़ का सेवन कम करते हैं, तो स्किन ब्रेकआउट्स में साफ सुधार दिख सकता है। यह बदलाव खासतौर पर हार्मोनल एक्ने वालों के लिए फायदेमंद (Beneficial) माना जाता है।
रेड मीट घटाएं, इंफ्लेमेशन कम करें
ज्यादा रेड मीट खाने से शरीर में लो-ग्रेड इंफ्लेमेशन बढ़ता है, जो स्किन प्रॉब्लम्स को ट्रिगर करता है। रेड मीट कम करने से स्किन ज्यादा शांत (Calm) रहती है और मुंहासों की समस्या कंट्रोल में आती है। इससे स्किन का ओवरऑल टेक्सचर बेहतर होता है।
सिगरेट छोड़ें, एजिंग धीमी करें
सिगरेट स्किन तक ऑक्सीजन की सप्लाई कम कर देती है, जिससे झुर्रियां जल्दी आती हैं। अगर आप स्मोकिंग छोड़ते हैं, तो स्किन में ब्लड सर्कुलेशन (Circulation) बेहतर होता है। इसका असर साफ तौर पर यंग और हेल्दी लुक के रूप में दिखता है।
छोटे बदलाव, बड़ा असर
डर्मेटोलॉजिस्ट प्रियंका रेड्डी का मानना है कि स्किन के लिए बड़े बदलाव नहीं, बल्कि छोटे-छोटे सुधार (Improvement) सबसे ज्यादा असर दिखाते हैं। धीरे-धीरे अगर आप चीनी, नमक, शराब और कैफीन कम करते हैं, तो स्किन खुद को रिपेयर करने लगती है और नेचुरल ग्लो लौट आता है।
नेचुरल ग्लो का असली फॉर्मूला
सही खानपान सिर्फ स्किन को खूबसूरत नहीं बनाता, बल्कि उसे लंबे समय तक हेल्दी (Healthy) भी रखता है। जब अंदर से शरीर संतुलित होता है, तो बाहर स्किन पर उसका पॉजिटिव असर दिखना तय है।



