Diabetic Shock Symptoms: शरीर में शुगर का कौन-सा स्तर देता है यह जानलेवा झटका, तुरंत पढ़ें वरना…
Diabetic Shock Symptoms: आजकल की तेज़ और भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल, तनाव और गलत खानपान से सेहत पर असर पड़ रहा है (Diabetic Shock Symptoms)। ऐसे में डायबिटिक शॉक जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी सामने आ रही हैं। इस स्थिति में खून में शुगर (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य से काफी कम हो जाता है, जिससे शरीर और दिमाग को जरूरी ऊर्जा नहीं मिल पाती।

डायबिटिक शॉक क्या है
डायबिटिक शॉक को मेडिकल भाषा में हाइपोग्लाइसीमिया या इंसुलिन शॉक भी कहा जाता है इस स्थिति में शुगर का स्तर कई बार 60 mg/dL से भी नीचे चला जाता है। यह समस्या केवल डायबिटीज़ के मरीजों तक सीमित नहीं है, बल्कि कभी-कभी नॉन-डायबिटिक लोगों को भी लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है।
शुगर अचानक क्यों गिरती है
शुगर का अचानक गिरना कई कारणों से हो सकता है इसके मुख्य कारणों में इंसुलिन या डायबिटीज की दवा का अधिक सेवन, खाना छोड़ देना या देर से खाना, रोजा या फास्ट रखना और बिना कुछ खाए-पीए भारी एक्सरसाइज करना शामिल हैं। इन परिस्थितियों में शरीर को तुरंत ऊर्जा नहीं मिल पाती और शुगर लेवल तेजी से गिर जाता है।
डायबिटिक शॉक के लक्षण
डायबिटिक शॉक में कई लक्षण दिखते हैं, जो तुरंत पहचानने जरूरी हैं इनमें चक्कर आना, दिल की तेज़ धड़कन, घबराहट, ज्यादा पसीना, हाथ-पैर का कांपना, तेज भूख, सिर दर्द, कमजोरी और धुंधला दिखना शामिल हैं। अगर शुगर बहुत गिर जाए तो मरीज सुस्त हो सकता है, बेहोश हो सकता है या कोमा में जा सकता है।
लक्षण नजर आने पर तुरंत क्या करें
डायबिटिक शॉक के शुरुआती लक्षण दिखते ही 15-15 का नियम अपनाएं सबसे पहले 15 ग्राम जल्दी असर करने वाली मीठी चीज जैसे चीनी, ग्लूकोज, जूस, टॉफी या कोई घर में रखी मीठी चीज खाएं। 15 मिनट बाद शुगर दोबारा चेक करें। यदि अभी भी 70 mg/dL से कम हो, तो फिर से 15 ग्राम मीठा लें। 1–2 घंटे बाद शुगर फिर चेक करना जरूरी है।
बेहोश मरीज के लिए इमरजेंसी उपाय
अगर मरीज बेहोश हो जाए तो मुंह में कुछ भी डालने की गलती न करें (Diabetic Shock Symptoms)। ऐसा करने से दम घुटने का खतरा बढ़ सकता है। हर डायबिटिक मरीज के पास घर पर ग्लूकागॉन इंजेक्शन होना चाहिए। ऐसे स्थिति में ग्लूकागॉन इंजेक्शन लगाने के बाद तुरंत मरीज को अस्पताल ले जाएं, जहां IV ग्लूकोज दिया जा सके।
डायबिटिक शॉक से बचाव
इस स्थिति से बचने के लिए शुगर नियमित रूप से चेक करना जरूरी है (Diabetic Shock Symptoms)। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां एडजस्ट करें। सफर या लंबे समय बाहर रहने पर हमेशा चॉकलेट, टॉफी, ग्लूकोज या कोई मीठी चीज साथ रखें। साथ ही घर वालों को समझाएं कि इमरजेंसी में क्या करना है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर जोखिम कम करें
सही खानपान, नियमित व्यायाम और शुगर मॉनिटरिंग से डायबिटिक शॉक का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है (Diabetic Shock Symptoms)। शरीर की जरूरत के अनुसार ग्लूकोज सप्लाई बनाए रखना और डॉक्टर से समय-समय पर सलाह लेना जीवन के लिए जरूरी है।



