BCCI Central Contract Update: कोहली और हिटमैन की सैलरी पर चली कैंची, BCCI ने क्यों लिया $2 करोड़ काटने का फैसला…
BCCI Central Contract Update: BCCI हर साल खिलाड़ियों को चार श्रेणियों में केंद्रीय अनुबंध प्रदान करता है, जो राष्ट्रीय टीम से जुड़े क्रिकेटरों के लिए आधिकारिक रिटेनर का काम करता है (contract-system)। यह तय करता है कि किस खिलाड़ी को कौन-सी सालाना सैलरी मिलेगी और उसकी ग्रेडिंग उसके तीनों फॉर्मेट में प्रदर्शन पर निर्भर करती है। इसी बीच खबरें सामने आ रही हैं कि अगला चक्र जारी होने से पहले भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज—विराट कोहली और रोहित शर्मा—को सैलरी कट का सामना करना पड़ सकता है।

22 दिसंबर को होगी अहम AGM मीटिंग
BCCI अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान आगामी 22 दिसंबर की AGM मीटिंग में करने जा रहा है (AGM-meeting)। इसी बैठक में यह तय होगा कि कोहली और रोहित A+ कैटेगरी में बने रहेंगे या नहीं। दोनों दिग्गज अब टेस्ट और टी20 से रिटायर हो चुके हैं और केवल वनडे क्रिकेट ही खेल रहे हैं। ऐसे में उनके ग्रेड में बदलाव की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
चार ग्रेड में बंटा होता है BCCI का कॉन्ट्रैक्ट ढांचा
BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम चार ग्रेड—A+, A, B और C—में बंटा होता है (grading-structure)। हर ग्रेड के साथ तय सालाना सैलरी मिलती है, जिसे रिटेनरशिप कहा जाता है। यह सैलरी खिलाड़ी के मैच खेलने या न खेलने से प्रभावित नहीं होती और मैच फीस से पूरी तरह अलग होती है।
कौन सा खिलाड़ी किस ग्रेड में जाएगा—ऐसे होती है तय प्रक्रिया
BCCI की ग्रेडिंग प्रणाली खिलाड़ी के प्रदर्शन, निरंतरता और उपलब्धता पर आधारित होती है (performance-criteria)।
- फॉर्मेट प्राथमिकता: जो खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं, उन्हें ऊंचा ग्रेड मिलता है, जिसमें A+ स्तर सबसे ऊपर होता है।
- निरंतरता: पिछले सीजन का परफॉर्मेंस महत्वपूर्ण होता है—अच्छा खेल प्रमोशन दिलाता है, जबकि खराब फॉर्म से ग्रेड गिर सकता है।
- न्यूनतम मैच: ग्रेड C पाने के लिए भी 3 टेस्ट या 8 ODI या 10 T20I खेलना जरूरी है।
- घरेलू क्रिकेट: रणजी जैसे घरेलू टूर्नामेंट न खेलने पर खिलाड़ी को कॉन्ट्रैक्ट से बाहर भी किया जा सकता है—जैसे श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को हटाया गया था।
शुभमन गिल को मिल सकता है बड़ा प्रमोशन
टीम इंडिया के वर्तमान टेस्ट और ODI कप्तान शुभमन गिल इस समय A ग्रेड में हैं (player-promotion)। उनकी सालाना सैलरी 5 करोड़ रुपये है, लेकिन तीनों फॉर्मेट में उनकी प्राथमिक भूमिका को देखते हुए उन्हें A+ में प्रमोट किया जा सकता है, जिससे उनकी सालाना कमाई बढ़कर 7 करोड़ हो जाएगी।
BCCI Central Contract 2024-25: मौजूदा ग्रेड और सैलरी
इस समय खिलाड़ियों की ग्रेडिंग और सैलरी इस प्रकार है (salary-structure):
A+ ग्रेड – 7 करोड़ रुपये
रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा
A ग्रेड – 5 करोड़ रुपये
मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत
B ग्रेड – 3 करोड़ रुपये
सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर
C ग्रेड – 1 करोड़ रुपये
रिंकू सिंह, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, ईशान किशन, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरैल, नितीश रेड्डी, अभिषेक शर्मा और अन्य 10+ खिलाड़ी।
क्यों उठ रही है कोहली और रोहित की सैलरी कट की चर्चा?
विराट कोहली और रोहित शर्मा फिलहाल A+ कैटेगरी में हैं, लेकिन अब वे सिर्फ वनडे क्रिकेट खेलते हैं (senior-players)। A+ ग्रेड उन खिलाड़ियों के लिए होता है जो तीनों फॉर्मेट के प्रमुख सदस्य हों। चूंकि कोहली और रोहित टेस्ट और टी20I से रिटायर हो चुके हैं, इसलिए उन्हें A ग्रेड में डिमोट किया जा सकता है, जिससे उनकी सालाना सैलरी 7 करोड़ से घटकर 5 करोड़ रह जाएगी।
वरिष्ठ खिलाड़ियों पर BCCI की नीति का असर
BCCI की नई नीति के अनुसार, वे खिलाड़ी जो कई फॉर्मेट खेलना छोड़ देते हैं, उन्हें ऊंचे ग्रेड में रखना मुश्किल हो जाता है (policy-impact)। यही वजह है कि भविष्य में और भी वरिष्ठ खिलाड़ियों के ग्रेड में बदलाव देखने को मिल सकता है। बोर्ड युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने और लगातार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को शीर्ष श्रेणी में रखने की रणनीति पर काम कर रहा है।
घरेलू क्रिकेट न खेलने वालों पर सख्त रुख
हाल के बदलावों के बाद BCCI घरेलू क्रिकेट खेलने को लेकर बेहद सख्त है (domestic-cricket)। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को इसलिए कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया गया क्योंकि उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भाग नहीं लिया। यह संकेत है कि आगे भी इसी नीति को लागू रखा जाएगा।
क्या A+ ग्रेड में होंगे बड़े बदलाव?
A+ ग्रेड में फिलहाल सिर्फ चार खिलाड़ी हैं (team-balance)। संभावना है कि अगली सूची में सिर्फ वही खिलाड़ी रहेंगे जो सभी फॉर्मेट में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। यह ग्रेड उच्च जिम्मेदारी और निरंतरता को दर्शाता है, इसलिए बोर्ड इसका दायरा बहुत सीमित रखना चाहता है।
फॉर्मेट बदलने से कॉन्ट्रैक्ट पर गहरा असर
क्रिकेटरों के ग्रेड में बदलाव का संबंध केवल रन और विकेट से नहीं बल्कि फॉर्मेट की उपलब्धता से भी है (format-impact)। एक खिलाड़ी जितने अधिक फॉर्मेट में सक्रिय रहता है, उसके उच्च ग्रेड में रहने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है। यही कारण है कि रोहित और कोहली की स्थिति पर चर्चा चल रही है।
युवा खिलाड़ियों को मिलेगा बड़ा फायदा
शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, सूर्यकुमार यादव जैसे युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा है (future-talent)। ऐसे में कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में उनके प्रमोशन की संभावना काफी मजबूत है। BCCI के अनुसार, आने वाले सीजन में कुछ नए चेहरे भी कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किए जा सकते हैं।
22 दिसंबर होगी फैसला करने वाली तारीख
अब सभी की नजरें BCCI की AGM मीटिंग पर टिकी हुई हैं (decision-day)। यही वह दिन होगा जब यह साफ होगा कि कोहली और रोहित अपना A+ दर्जा बरकरार रखेंगे या नहीं। साथ ही यह भी पता चलेगा कि कौन से युवा खिलाड़ियों को प्रमोशन मिलेगा।



