फिल्म ‘पद्मावत’ को जहां कई राज्य सरकारों ने अपने राज्य में रिलीज करने से मना कर दिया, वही हिमाचल प्रदेश की भाजपा गवर्नमेंट ने इस फिल्म को अपने प्रदेश में रिलीज करने का फैसाला किया है। हिमाचल प्रदेश के CMजयराम ठाकुर ने कहा, मैं पहले ही कह चुका था कि मैं कला का सम्मान करता हूं। जहां तक ‘पद्मावत’ से जुड़ी बात है, हिमाचल गवर्नमेंट अपने प्रदेश में इस पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं है। अगर इसमें कोई टकराव नहीं है तो हमें इस यहां रिलीज करने में कोई असहमति नहीं है। मैं चाहता हूं यह फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाए। ”
इसके उलट मध्यप्रदेश ,गुजरात राजस्थान की भाजपा गवर्नमेंट इस फिल्म को अपने राज्य में बैन करने का निर्णय कर चुकी हैं। पद्मावत का विरोध इस आधार पर हो रहा है कि इसमें ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है, जिससे राजपूत राजा रतन सिंह व रानी पद्मावती के सम्मान पर आंच आई है। फिल्म में रानी पद्मावती का भूमिकानिभाने वाली अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का नाक काटने की धमकी तक दी गई।
भाजपा के एक नेता ने फिल्मकार संजय लीला भंसाली व दीपिका का सिर कलम करने वालों को 10 करोड़ रुपए का इनाम दिए जाने तक की घोषणा कर डाली। बताते चलें कि करणी सेना के संस्थापक ने शुक्रवार को ही अमहदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने बोला था कि पद्मावती से सिर्फ आई हटा देने से ही उनका विरोध खत्म नहीं हो जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय लीला भंसाली ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है। ”