नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पिछले पांच वर्ष में उपहार में मिले चांदी के सभी सामानों को प्राचीन माले महादेश्वर मंदिर को दान करेंगे। बताते चलें कि यह मंदिर मैसूर जिले में उनके पैतृक स्थान के करीब है। सिद्धारमैया ने मंदिर विकास बोर्ड के साथ मीटिंग के बाद इस बात का ऐलान किया है कि मुख्यमंत्री रहते उन्हें जो भी चांदी का सामान मिला है उसे वह मंदिर को चांदी का रथ बनाने के लिए दान कर देंगे। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि दक्षिण कर्नाटक में माले महादेश्वर मंदिर चमाराजनगर में एमएम पहाड़ियों पर स्थित है।
इसलिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने लिया चांदी दान करने का फैसला
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस निर्णय के बारे में बात करते हुए मंदिर बोर्ड के अधिकारियों ने बोला कि उन्हें रथ के लिए 400 किलो चांदी की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने सरकारी पैसे खर्च करने के बजाय अपने कार्यकाल में मिले उपहारों को दान करने का निर्णय लिया है। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि माले महादेश्वर मंदिर दक्षिण कर्नाटक में एक बड़ा तीर्थ स्थल व इस शिव मंदिर का दर्शन करने हर वर्ष बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
सच्चा हिंदू v/s नकली हिंदू की जंग
यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि कर्नाटक मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह निर्णय ऐसे समय में किया है जब हाल ही में भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह व उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने उन्हें व उनकी गवर्नमेंट को ‘एंटी हिंदू’ बोला था। हालांकि उस वक्त पलटवार करते हुए सिद्धारमैया ने खुद को ‘सच्चा हिंदू’ बताते हुए बोला था कि वे स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने यह भी बोला था कि योगी ‘नकली हिंदू’ हैं क्योंकि वे नाथूराम गोडसे की नफरत की विचारधारा को मानते हैं।
इसी वर्ष होने हैं विधानसभा चुनाव
आपको याद दिलाते चलें कि कर्नाटक में इसी वर्ष अप्रैल या मई में चुनाव होने हैं। यहां पर कांग्रेस पार्टी का शासन है। यह सबसे बड़ा कांग्रेस पार्टी शासित व दक्षिण में एकमात्र प्रदेश है जहां कांग्रेस पार्टी का राज है।
फिलहाल राहुल की नजर कर्नाटक पर
गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का पूरा फोकस इन दिनों कर्नाटक के विधानसभा चुनावों पर है। आगामी असेंबली चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टीअध्यक्ष राहुल गांधी बहुत ज्यादा सक्रिय हो चुके हैं। इसी क्रम में राहुल ने शनिवार को व कांग्रेस पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात भी की थी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर हुई चर्चा में राहुल गांधी ने अपनी पार्टी को हिदायत दी कि हिंदुत्व पर हमें भाजपा के ट्रैप में आने की आवश्यकता नहीं है।