
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यूपीए के वक्त कच्चे तेल की कीमतें 140 डॉलर प्रति बैरल थीं, तब मोदी जी ने कहा था पेट्रोल-डीजल के दाम कम करूंगा। अब कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल है लेकिन चौकीदार के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा है। राहुल ने कहा, ‘दुनिया में पेट्रोल-डीजल की कीमतें घट रही हैं लेकिन हमारे देश में इनमें बढ़ोतरी हो रही है। ऐसा क्यों… दरअसल, मोदी अपने मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं।’
लगभग 32 मिनट के अपने भाषण में राहुल गांधी ने युवाओं से लोकसभा की कार्यवाही की वह वीडियो देखने की अपील की जिसमें राफेल लड़ाकू विमान के सौदे पर उन्होंने सरकार से सवाल पूछे थे। उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी की आंख में आंख डालकर सवाल किए। उनसे पूछा कि 526 करोड़ का विमान आपने 1600 करोड़ में क्यों खरीदा? इस सवाल पर मोदी जी दाएं, बाएं, इधर, उधर, ऊपर नीचे देखते रहे। जवाब नहीं दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि चौकीदार और अनिल अंबानी के बीच दोस्ती है इसलिए 70 साल से हवाई जहाज बना रही सरकारी कंपनी एचएएल से सौदा छीन लिया गया। खरीद के मामले में न तो तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर परिकर को कुछ बताया गया, ना ही सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की मंजूरी ली गई। ऐसे शख्स को काम दिया गया जिस पर 45 हजार करोड़ का कर्ज है और जिसने आज तक एक विमान नहीं बनाया है।
राहुल ने बैंकों से लोन लेकर भागे विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि चोर को चोरी करके भागने दिया गया और चौकीदार सब देखता रहा। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वयं कहा कि चोर मेरे पास आया, चोर ने कहा कि मैं भाग रहा हूं, लेकिन उससे नौ हजार करोड़ रुपये नहीं वसूले गए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने नोटबंदी को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि महज 15-20 बड़े लोगों का काला धन सफेद करने के लिए नोटबंदी की गई। आम आदमी लाइन में लगा और चोरों ने पिछले दरवाजे से ब्लैक का व्हाइट कर लिया। यही जीएसटी में भी हुआ। छोटे और मध्यम कारोबारी बर्बाद हो गए।