वाहन चलाते लोगों को सोशल नेटवर्किं ग साइटों पर लगे हुए या मोबाइल पर बात करते हुए अक्सर देखा जा सकता है। लेकिन लोग इस बात से लापरवाह ही नजर आते हैं कि वाहन चलाते वक्त जरा-सा भी ध्यान बंटने का परिणाम काफी घातक हो सकता है। एक ताजा अध्ययन में कहा गया है कि वाहन चलाते वक्त युवाओं द्वारा मोबाइल पर बात करना, एसएमएस पढ़ना, खाना-पीना या साथी यात्रीयों से बात करना दुर्घटना के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।
अमेरिका के वर्जीनिया में स्थित ‘सेंटर फॉर वल्नरेबल रोड यूजर सेफ्टी’ संस्थान के चार्ली क्लॉर ने अपने अध्ययन में कहा, “नौसिखिया चालक जैसे जैसे वाहन चलाने में सहज होते जाते हैं, जोखिम भरे दूसरे कार्यो में अधिक लिप्त पाए जाते हैं। इन नए-नए चालक प्रमाणपत्र पाए लोगों द्वारा वाहन चलाने के अतिरिक्त दूसरे कार्यो में संलिप्तता कहीं अधिक चिंता का विषय है, क्योंकि अधिकांश दुर्घटनाओं या दुर्घटना होते-होते बचने वाली घटनाओं में सर्वाधिक समय यही कारण सामने आया है।”
वर्जीनिया के परिवहन संस्थान द्वारा कराए गए अध्ययन में पाया गया कि नौसिखिया वाहन चालकों का प्रतिशत 6.4 है, लेकिन 11.4 फीसदी दुर्घटनाओं में ऐसे ही चालक लिप्त पाए गए तथा पुलिस द्वारा दर्ज किए गए 14 फीसदी दुर्घटना के मामलों में लिप्त पाए गए।