
यह प्रधानमंत्री की चौथी नेपाल यात्रा होगी। मालूम हो कि प्रधानमंत्री बनते ही साल 2014 में नरेंद्र मोदी ने नेपाल की यात्रा की थी, उससे 17 साल पहले तक कोई प्रधानमंत्री नेपाल नहीं गया था। विमान स्थल कार्यालय के एयर ट्र्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) रूम के प्रमुख सीताराम भंडारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन से 15 मिनट पहले से हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन बंद रहेगा। पीएम मोदी के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ी और विशेष कमांडो टोली पहले ही काठमांडू पहुंच चुकी है।
सात देश के इस समूह में सार्क के पांच देश -बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल और श्रीलंका शामिल हैं। इनके अलावा आसियान के दो देश म्यांमार और थाईलैंड भी इसके सदस्य हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, आतंकवाद से मुकाबला सभी बिम्सटेक देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण विषय है। गोवा में वर्ष 2016 में संपन्न बिम्सटेक आउटरीच सम्मेलन में जारी घोषणापत्र में आतंकवाद से मुकाबले पर विचार विमर्श हुआ था। उस बैठक में जोर दिया गया था कि आतंकवादी गतिविधियों को किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का विषय तब से राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुखों तथा अन्य क्षेत्रीय बैठकों में चर्चा से संबंधित महत्वपूर्ण विषय बना हुआ है। पिछली बैठक में बिम्सटेक नेताओं ने आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा था कि आतंकवादियों, आतंकवादी संगठनों और नेटवर्क के खात्मे और उन्हें प्रोत्साहन, समर्थन, वित्तीय सहयोग और सुरक्षित पनाह देने वाले देशों की जवाबदेही तय करने और उनके खिलाफ कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
बिम्सटेक बैठक से इतर प्रधानमंत्री समूह के देशों के साथ द्विपक्षीय बैठक एवं चर्चा भी कर सकते हैं । बैठक 30 अगस्त को शुरू हो रही है जिसमें समूह के नेता संयुक्त बैठक करेंगे । इसी दिन दोपहर में पूर्ण सत्र होगा । इस दिन रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं रात्रि भोज होगा । अगले दिन 31 अगस्त को सदस्य देशों के नेताओं की मुलाकात एवं बैठकें होगी । दोपहर बाद विम्सटेक का समापन सत्र होगा ।