
स्कूल प्रशासन ने अभी तक घटना को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है। सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए आए ऑटो वालों का कहना है कि जब वह बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचे तो वहां धूल के गुबार उठ रहे थे। स्कूल शुरू होने से पहले हुए हादसे की वजह से कोई हताहत नहीं हुआ है और प्रबंधन से स्कूल का गेट बंद कर दिया ताकि बच्चे अंदर ना आ सकें।
जिस जगह यह हादसा हुआ वहां पर दो बीम ऊपर से नीचे गिरे हैं। जिसकी वजह से वहां रखा फर्नीचर, बेंच टूट गए हैं। इससे यह साफ हो जाता है कि यहां बैठक व्यवस्था थी। हालांकि कहा जा रहा है कि खाली समय में स्कूल का स्टाफ यहां बैठता था। हादसे के दो-तीन घंटे बाद स्कूल प्रबंधन ने परिजनों को दो दिन के अवकाश की सूचना दी। स्कूल में कई कक्षाओं की परीक्षा चल रही थी जिसे कि आगे बढ़ा दिया गया है।
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अक्षय सिंह राठौड़ ने बीआरसी को जांच के लिए स्कूल भेजा था। उन्होंने कहा कि सुबह हादसे के समय कोई मौजूद नहीं था। जिसकी वजह से जनहानि नहीं हुई। जिस जगह पर यह हादसा हुआ है वहां निर्माण कार्य चल रहा था। फिलहाल स्कूल प्रशासन का बयान नहीं लिया गया है।